Skip to main content

Posts

Showing posts from April, 2018

Love Shayari in Hindi | Sad Shayari in Hindi

पलकों की हद को तोड़कर दामन पे आ गिरा , एक अश्क मेरे सब्र की तौहीन कर गया !! ख्वाब , ख्याल , मोहब्बत , हक़ीक़त , गम और तन्हाई , ज़रा सी उम्र मेरी , किस-किस के साथ गुज़र गयी !!

Love Shayari in Hindi

प्यार करने से पहले , पैसे कमा लेना यारोँ … गरीबो का प्यार अक्सर , चौराहे पर नीलाम हो जाता है..! हंसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है , पर हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता है !!
कितनी खूबसूरत हो जाती हैं उस वक़्त दुनिया ……. जब कोई अपना कहता हैं आज तुम बहुत याद आ रहे हो!! वो मुझसे पूछती है , ख्वाब किस किस के देखते हो , 💕 बेखबर जानती ही नही , यादें उसकी सोने कहाँ देती है ..
सिर्फ एक बार चूमा था मेहबूब के होटो को … लोगो ने बस्ती से निकाल दिया शराब पीने के इल्ज़ाम मे ….!!! इश्क ऐसे करो , के वो आप को छोड़ने के बाद ज़िन्दगी भर कहे .. “ प्यार तो बस वही करता था ” !!!!
लोग छुपाते हैं मोहब्बत को लिफ़ाफ़ों में !! वो इश्क ही क्या जो घुंघरू बाँध नाच न सके !!! अगर तुम अपने पापा की “ परी ” हो , तो हम भी अपने बाप के “ नवाब ” है !
बना के ताजमहल एक दोलतमन्द आशिक ने , गरीबो की मोहब्बत का तमाशा कर दिया …!! क्या करे गुम छुपाना नही आता , क्या करे गुम छुपाना नही आता , और जिसे प्यार करते है उसे बताना नही आता...
अहम ने एक वहम पाल रखा है... सारा कारवां मैंने ही संभाल रखा है ... हमारे महफिल में लोग बिन बुलाये आते है ….!!! क्यू की यहाँ स्वागत में फूल नहीं दिल बिछाये जाते है..!!!!
  हमारी नज़रो से नज़र मिला कर तुम , हमारे दिल को तड़पाती क्यू हो ,   तुमको हमसे मोहब्बत ही नही है तो ,   हमे देख कर मुस्कुराती क्यू हो.... अनजान बनके रहेना पर किसी से मोहब्बत मत करना , किसी अजनबी के लिए खुद को बेकरार मत करना , प्यारा सा जीवनसाथी मिले तो ज़िंदगीभर साथ निभाना , पर दिखावे के लिए किसी से मोहब्बत मत करना...
माना की तू किसी रानी से कम नहीं मगर वो रानी भी रानी क्या जिसके राजा हम नही …   इस दुनिया में मोहब्बत कि तक़दीर बदलती हे , शीशा तो वोही रहता हे पर तस्वीर बदलती हे...
तुम्हें अपना कहने कि तमन्ना   थी.... मगर तुम लब तक आते आते गैर हो गए...... लोग कहते हे शराब पीने से कलेजा जलता हे … और हम कहते हे ! शराब तभी पी जाती हे जब कलेजा जलता हे !
मेरे साथ बैठकर वक्त भी रोया एक दिन , बोला की बंदा तू ठिक है पर मैं ही ख़राब चल रहा हूँ !! ये राते भी पूछती है अक्सर मुझसे , की कब तक गुजारोगे ज़िन्दगी यूँ अंधेरो के सहारे !!
मुझे पत्थर बनाने में उसका बड़ा हाथ है , जिसे मैं कभी फ़ूल दिया करता था !! थोड़ी सी तो मेहरबान हो जा मुझ पर ऐ खुशी , थक गया हूँ हँसी के आड़ में गम छुपाते छुपाते !!
जब ख्वाब टूटते है तो आँखों से लहू बहता है , जो दीखता नहीं बस दिल महसूस करता है !! नहीं जीना मुझे अब उस नकली अपनों के मेले में , खुश रहने की कोशिश कर लूंगा खुद हीं अकेले में !!
उन्होंने ही रुलाया है मुझको हर बार , जो कहते थे की तेरे चेहरे की उदासी गँवारा नहीं हमें !! दर्द की भी अपनी एक अदा है , वो भी सहने वालों पर ही फिदा है !!
ये राते भी पूछती है अक्सर मुझसे , की कब तक गुजारोगे ज़िन्दगी यूँ अंधेरो के सहारे !! एक ‪ ज़ख्म नहीं यहाँ तो सारा ‪ वजूद ही ज़ख्मी है , दर्द भी ‪ हैरान है की उठूँ तो कहाँ से उठूँ !!
नहीं जीना मुझे अब उस नकली अपनों के मेले में , खुश रहने की कोशिश कर लूंगा खुद हीं अकेले में !! मेरे साथ बैठकर वक्त भी रोया एक दिन , बोला की बंदा तू ठिक है पर मैं ही ख़राब चल रहा हूँ !!
नहीं जीना मुझे अब उस नकली अपनों के मेले में , खुश रहने की कोशिश कर लूंगा खुद हीं अकेले में !! मेरे साथ बैठकर वक्त भी रोया एक दिन , बोला की बंदा तू ठिक है पर मैं ही ख़राब चल रहा हूँ !!
तुम्हे क्या पता की किस दर्द में हूँ मैं , जो कभी लिया ही नहीं उस कर्ज में हूँ मैं !! ज़िन्दगी में बहुत कम मिली है , हर वो चीज़ जिसे शिद्दत से चाहा है मैंने !!
मुझे पत्थर बनाने में उसका बड़ा हाथ है , जिसे मैं कभी फ़ूल दिया करता था !! थोड़ी सी तो मेहरबान हो जा मुझ पर ऐ खुशी , थक गया हूँ हँसी के आड़ में गम छुपाते छुपाते !!
उन्होंने ही रुलाया है मुझको हर बार , जो कहते थे की तेरे चेहरे की उदासी गँवारा नहीं हमें !! जब ख्वाब टूटते है तो आँखों से लहू बहता है , जो दीखता नहीं बस दिल महसूस करता है !!
नहीं जीना मुझे अब उस नकली अपनों के मेले में , खुश रहने की कोशिश कर लूंगा खुद हीं अकेले में !! मेरे साथ बैठकर वक्त भी रोया एक दिन , बोला की बंदा तू ठिक है पर मैं ही ख़राब चल रहा हूँ !!
तुम्हे क्या पता की किस दर्द में हूँ मैं , जो कभी लिया ही नहीं उस कर्ज में हूँ मैं !! ज़िन्दगी में बहुत कम मिली है , हर वो चीज़ जिसे शिद्दत से चाहा है मैंने !!
मुझे पत्थर बनाने में उसका बड़ा हाथ है , जिसे मैं कभी फ़ूल दिया करता था !! थोड़ी सी तो मेहरबान हो जा मुझ पर ऐ खुशी , थक गया हूँ हँसी के आड़ में गम छुपाते छुपाते !!
उन्होंने ही रुलाया है मुझको हर बार , जो कहते थे की तेरे चेहरे की उदासी गँवारा नहीं हमें !! जब ख्वाब टूटते है तो आँखों से लहू बहता है , जो दीखता नहीं बस दिल महसूस करता है !!
दर्द की भी अपनी एक अदा है , वो भी सहने वालों पर ही फिदा है !! एक ‪ ज़ख्म नहीं यहाँ तो सारा ‪ वजूद ही ज़ख्मी है , दर्द भी ‪ हैरान है की उठूँ तो कहाँ से उठूँ !!
एक ज़ख्मी परिंदे की तरह जाल में है हम , ऐ इश्क अभी तक तेरे जंजाल में है हम !! रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे , एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है !!
आज उसने हमें एक और दर्द दिया तो हमें याद आया की , दुआओं में हमने ही तो उसके सारे दर्द मांगे थे !! झूठ बोलते है वो जो कहते है की हम सब मिट्टी से बने है , मैं कई अपनों से वाक़िफ़ हूँ जो पत्थर के बने है !!
एक दुःख पे हज़ार आंसू , उफ़ आँखों की ये फिझुज़ खर्चिया !! मौत भी हर बार ये कह कर मुझे छोड़ जाती है , की तुझे मारूँगी एक दिन पर पहले जीने तो लगो !!
दर्द की भी अपनी एक अदा है , वो भी सहने वालों पर ही फिदा है !!   एक ‪ ज़ख्म नहीं यहाँ तो सारा ‪ वजूद ही ज़ख्मी है , दर्द भी ‪ हैरान है की उठूँ तो कहाँ से उठूँ !!
एक ज़ख्मी परिंदे की तरह जाल में है हम , ऐ इश्क अभी तक तेरे जंजाल में है हम !! रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे , एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है !!
आज उसने हमें एक और दर्द दिया तो हमें याद आया की , दुआओं में हमने ही तो उसके सारे दर्द मांगे थे !! झूठ बोलते है वो जो कहते है की हम सब मिट्टी से बने है , मैं कई अपनों से वाक़िफ़ हूँ जो पत्थर के बने है !!
एक दुःख पे हज़ार आंसू , उफ़ आँखों की ये फिझुज़ खर्चिया !! मौत भी हर बार ये कह कर मुझे छोड़ जाती है , की तुझे मारूँगी एक दिन पर पहले जीने तो लगो !!
एक दुःख पे हज़ार आंसू , उफ़ आँखों की ये फिझुज़ खर्चिया !!
हमे जब नींद आएगी तो इस कदर सोएंगे की , लोग रोएंगे हमे जगाने के लिए !! तुम्हारे बाद मेरा कौन बनेगा हमदर्द , मैंने अपने भी खो दिए है तुझे पाने की ज़िद में !! इस ज़िन्दगी में और रखा ही क्या है , कुछ तस्वीरे यार की , बाकी बोतले शराब की !! मत पूछ की किस तरह चल रही है ज़िंदगी , उस दौर से गुज़र रही हु जो गुज़रता ही नहीं !!